एक अजीब सा दर्द है, जो बिन बुलाये चला आता है
ज़िन्दगी का एहसास कराके, ना जाने कहाँ चला जाता है
ख़ुशी से ज्यादा ना जाने क्यूँ , इस दर्द में मज़ा आता है
जाने क्या कशिश है इसमें , की इसे में भुला नहीं पाता हूँ
ऐसा लगता है इससे मेरा , न जाने कितने जन्मो का नाता है
इसलिए तो यह हमेशा ,अपनों की तरह बिन बुलाये चला आता है !!
ज़िन्दगी का एहसास कराके, ना जाने कहाँ चला जाता है
ख़ुशी से ज्यादा ना जाने क्यूँ , इस दर्द में मज़ा आता है
जाने क्या कशिश है इसमें , की इसे में भुला नहीं पाता हूँ
ऐसा लगता है इससे मेरा , न जाने कितने जन्मो का नाता है
इसलिए तो यह हमेशा ,अपनों की तरह बिन बुलाये चला आता है !!
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