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Showing posts from April, 2014

राहें

अंधेरें बहुत घने है यहाँ  ना सूरज ना रोशिनी का निशां है यहाँ आँखें तो खुली है पर देख नहीं पाती है राहें तो कई है पर क्यूँ मंज़िल मिल नहीं पाती है कहते है लोग राहों पे चलकर नहीं मिला आजतक किसी को कुछ जहाँ से चले थे वही लौटकर आता है सबकुछ तो क्यूँ मैं भटकू इन राहों में जब लौट आना मुझे जहाँ मैं खड़ा ना देखूँ किसीको ना सोचूँ किसीको फिर भी आज मैं क्यू खुद से ही लड़ा |

CIRCLE OF ETERNITY

Our life is like a F1 track.. lapping the same track again and again... again and again.. until we crash!! and that crash is "nirvana" Everyone has that feeling that the thing happening to me right now, has happened to  me before.. Didn't you ever experienced that moment when you know that the exact moment has happened to me before somewhere long ago in time.. I dnt know how to put in words but i have experienced that...and that thing that is called the circle of eternity...& when you fully aware of that then only you can break away from that.. and that is called as true nirvana.. I may be wrong and i may be right.. But what if im right??

चैन

आज मैने किसी को चैन से सोते देखा! खुले आस्मा के नीचे सुकून से सोते देखा! नींद में मदहोशी में उसे कुछ गुनगुणते देखा! बेफिक्री सा उसे कुछ खुद ही खुद में गाते देखा! पूछना तो चाहा उससे बहुत कुछ मैने ! पर उसे बस आराम से चैन से सोते देखा ! फिर मैने आसमा में चाँद तारों को देखा ! उनको भी सच्ची आज़ादी में झूमते देखा ! हवाओं को पेडों से कुछ बातें करते देखा ! उनको बस मैने ज़िंदगी पे मुस्कुराते देखा ! फिर मैने खुद में अपने आप को झांक के देखा ! अपने अंदर के इंसान को बस यू ही मरते देखा!!

आँखें

कितना समझाया कितना सुनाया फिर भी दिल ये समझ ना पाया । मेरी इन् खूबसूरत आँखों को  फिर इसने बेवजह ही इतना रुलाया ।

प्यार

प्यार एक से होता हैं, हजारों से नहीं! मिलते तोह इस ज़िंदगी में हजारों हैं, बस वोही क्यू "एक" किस्मत में नहीं!!